कृष्णा फल की खेती हिन्दी में | Krishna phal ki khetee Hindi mein | Passion fruit farming in Hindi 

Table of Contents

दोस्तों नमस्कार!

यह आलेख पैशन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों और पैशन फ्रूट का स्वाद लेने वाले लोगों के लिए बहुत काम का हो सकता है। यानि उत्पादक और उपभोक्ता दोनों की ही चाँदी होगी।

आलेख के महत्वपूर्ण बिन्दुः

  1. पैशन फ्रूट का परिचय।
  2. पैशन फ्रूट को हिन्दी में क्या कहते हैं?
  3. किसान पैशन फ्रूट की खेती कैसे करें?
  4. पैशन फ्रूट खेती के लिए उपयुक्त जलवायु एवं मिट्टी।
  5. पैशन फ्रूट के पौधे या नर्सरी कैसे बनायें?
  6. पैशन फ्रूट के पौध लगाने के लिए खेत की तैयारी एवं पौधे से पौधे व लाईन से लाईन की दूरी।
  7. पैशन फ्रूट का औसत उत्पादन।
  8. पैशन फ्रूट की खेती से अच्छा मुनाफा प्राप्त करने के तरीके।
  9. पैशन फ्रूट खाने वाले इसका उपयोग कैसे करें?
  10. पैशन फ्रूट के 10 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ।
  11. पैशन फ्रूट में पोषक तत्वों की मात्रा

यह वह बिन्दु हैं जिस पर आपको इस आलेख में हम जानकारी देंगे। जिज्ञासु लोग जो पैशन फ्रूट के बारे में थोड़ा साइंटिफिक ज्ञान का आनंद लेना चाहते हैं। वह इस लिंक पर क्लिक कर Central Horticultural Experiment Station (IIHR) के विशेषज्ञों द्वारा तैयार रिसर्च पेपर को PDF फाईल के रूप में देख सकते हैं। PDF फाईल को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें-

1. पैशन फ्रूट का परिचयः

पैशन फ्रूट एक फल है जो अपने अनोखे स्वाद व ऐरोमा के लिए जाना जाता है। इसे दुनियाँ भर में खाया जाता है। यह मूल रूप से एक अमेरिकन फल है। जो आम तौर पर उष्णकटिबंधीय तथा उप- उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। दुनियाँ भर में पैशन फ्रूट की लगभग 550 प्रजातियाँ पायी जाती हैं। जिसमें से बैंगनी और पीले रंग के पैशन फ्रूट की खेती सबसे अधिक की जाती है।

2. पैशन फ्रूट को हिन्दी में क्या कहते हैं?

पैशन फ्रूट को हिन्दी में कृष्णा फल के नाम से जाना जाता है। बैंगनी पैशन फ्रूट का वनस्पति वैज्ञानिक नाम (Passiflora edulis Sims) तथा पीले पैशन फ्रूट का (Passiflora edulis f. flavicarpa Deg.) है। पैशन फ्रूट एक बेलदार फल है, जिसमें अंडाकार फल लगते हैं। इन फलों का रंग अलग- अलग प्रजाति के अनुसार बैंगनी या पीले होता है।

अंदर से पैशन फ्रूट में पीले रंग का गूदा तथा काले रंग के बीज होते हैं, इसका गूदा खाने में काफी मजेदार स्वाद वाला तथा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसकी प्राकृतिक खुश्बू काफी मनमोहक होती है।

 

3. किसान पैशन फ्रूट की खेती कैसे करें?

यदि आप एक किसान हैं और आप पैशन फ्रूट की खेती करने की सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि पैशन फ्रूट की खेती को आप बहुत ही कम लागत में कर सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है।

सामान्य रूप से गर्म क्षेत्रों में पैशन फ्रूट की खेती की जा सकती है। किन्तु अलख स्वायत्त सहकारिता धारी (नैनीताल) द्वारा किये गये प्रयोगात्मक अनुसंधान से ज्ञात हुआ है कि, बैंगनी पैशन फ्रूट की खेती पहाड़ों में भी की जा सकती है।

4. पैशन फ्रूट खेती के लिए उपयुक्त जलवायु एवं मिट्टीः

आम तौर पर ऐसे उष्णकटिबंधीय एवं उप- उष्णकटिबंधीय क्षेत्र जहाँ औसत बार्षिक वर्षा 100 से.मी. से 250 से.मी. तक होती है तथा समुद्र सतह से ऊचाई 800 से 1500 मीटर तक हो उन स्थानों में पैशन फ्रूट खेती की जा सकती है।

बैंगनी पैशन फ्रूट में फूल तथा फल सैट होने के लिए 18°C से 23°C तापमान अनुकूल माना जाता है। जबकि अपेक्षाकृत उच्च तापमान फल में रस की मात्रा तथा गुणवत्ता के निर्धारण के लिए आवश्यक होता है। बैंगनी पैशन फ्रूट की खेती उप- उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के साथ ही ठंडे व ऊचाई वाले क्षेत्र तथा पहाड़ी क्षेत्रों में भी की जा सकती है।

इसके विपरीत पीले पैशन फ्रूट की खेती उष्णकटिबंधीय व गर्म क्षेत्रों में ही संभव है।

अगर पैशन फ्रूट की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी की बात करें तो, इसे हर प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। लेकिन हल्की से लेकर भारी रेतीली दोमट मिट्टी तथा मध्यम दोमट मिट्टी को सबसे उपयुक्त माना जाता है।

ऐसी मिट्टी जिसका पी.एच. (ph) 6.5 से 7.5 हो पैशन फ्रूट की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। बहुत अधिक अम्लीय मिट्टी होने पर चुना डालकर मिट्टी की अम्लीयता को कम किया जा सकता है। इसके अतिक्ति मिट्टी में पर्याप्त कार्बनिक पदार्थ होने चाहिए तथा लवण की मात्र कम होनी चाहिए।

जिन क्षेत्रों में पैशन फ्रूट की खेती की जानी है वहाँ अतिरिक्त जल की निकासी का पूरा प्रबंध होना आवश्यक है। बहुत अधिक जल भराव वाले क्षेत्रों में पैशन फ्रूट की खेती करने से बचना ही उचित होता है।

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5. पैशन फ्रूट के पौधे या नर्सरी कैसे बनायें?

अब जब पैशन फ्रूट की खेती करने का आपने मन बना ही लिया है, तो सबसे जरूरी और आवश्यक चीज है वह है गुणवत्तापूर्ण प्लाटिंग मैटेरियल अर्थात आपको इसके लिए अच्छी गुणवत्ता वाली पौधों की जरूरत होगी।

वैसे तो अगर आप पता करेंगे तो आपको अपने आस-पास की नर्सरी में ही पैशन फ्रूट की पौध मिल जायेंगी। लेकिन अगर आपको पौध मिलने में समस्या आ रही है या आप पौधों खरीद की लागत को कम करना चाहते हैं। ऐसे में आप खुद से नर्सरी तैयार कर पैशन फ्रूट की पौध तैयार कर सकते हैं।

पैशन फ्रूट की नर्सरी दो प्रकार से तैयार की जा सकती है। पहला तरीका यह है कि आप इसके बीजों को बोकर नर्सरी तैयार करें। जिसमें आपको अपक्षाकृत अधिक समय और श्रम लगेगा।

दूसरा तरीका यह है कि आप पैशन फ्रूट की कटिंग को नर्सरी लगाकर पौध तैयार करें। इसमें थोड़ा कम समय लगता है तथा आपको रोपण के लिए पौध जल्दी मिल जाती हैं।

पैशन फ्रूट के पौध को लगाने का सही समय मानसून का होता है, वर्ष में 15 जून के बाद बरसात खत्म होने तक आप पैशन फ्रूट के पौधों को अपने खेतों में लगा सकते हैं।

6. पैशन फ्रूट के पौध लगाने के लिए खेत की तैयारी एवं पौधे से पौधे व लाईन से लाईन की दूरीः

पौध रोपण से पूर्व खेतों की गहरी जुताई के साथ ही जैविक खाद एवं आवश्यक उर्वरकों को खेत में मिलाकर खेतों को तैयार कर लेना चाहिए। खेतों में उर्वरकों के प्रयोग से पूर्व मिट्टी की जाँच जरूर करा लेनी चाहिए। इसके बाद ही आवश्यकता के अनुसार उर्वरकों एवं सुक्ष्म पोषक तत्वों को खेत में डालना उचित रहता है।

चुंकि पैशन फ्रूट एक बेल वाला पौधा होता है इस लिए पंक्ति सं पंक्ति की दूरी 3 मीटर तथा पौधे से पौधे की दूरी 2 मीटर रखना उपयुक्त होता है। पौधे की रोपाई के लिए 45X45X45 से.मी. का गड्डा खेदकर पौधे की रोपाई की जानी चाहिए। रोपाई करते वक्त खाद को मिट्टी के साथ मिलाकर पौधे को रोपना अच्छा रहता है।

7. पैशन फ्रूट का औसत उत्पादनः

वैसे तो पैशन फ्रूट में वर्ष भर फूल और फल लगते रहते हैं। किन्तु फिर भी वर्ष में दो बार वह समय होता है, जब पैशन फ्रूट का उत्पादन सबसे अधिक होता है। पहली फसल अगस्त से दिसम्बर तक तथा दूसरी फसल मार्च से मई तक निकती है।

फलों को फूल से लेकर परिपक्व होने तक 60 से लेकर 70 दिनों का समय लगता है। फलों को डंठल के साथ तब तोड़ा जाना चाहिए जब फल का रंग हल्का बैंगनी होने लगे।

अगर औसत उत्पादन की बात करें तो प्रति हैक्टेयर 10 से 12 टन उपज आसानी से प्राप्त की जा सकती है। पैशन फ्रूट का पौधा बारहमासी होता है तथा उचित देखभाल के साथ एक बार लगाने पर 6 वर्ष तक अच्छा उत्पादन दे सकता है। किन्तु प्रयोगात्मक रूप में देखा गया है कि पैशन फ्रूट का पौधा 10 से 15 वर्ष तक फल देता है। इसके बाद आप नये पौधों का प्लांटेशन कर सकते हैं।

8. पैशन फ्रूट की खेती से अच्छा मुनाफा प्राप्त करने के तरीकेः

यदि आप पैशन फ्रूट की खेती कर अच्छा मुनाफा अर्जित करना चाहते हैं, तो आपको इसके वैल्यू एडिसन पर कार्य करना होगा। आप पैशन फ्रूट का जूस, पल्प, जैम, जैली आदि बनाकर बेच सकते हैं। जिससे अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है।

कुछ आईसक्रीम तथा विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पाद बनाने वाली कम्पनियां भी पैशन फ्रूट का पल्प खरीदती हैं।

इस कार्य के लिए आपको थोड़ा सा ट्रेनिंग और कुछ मशीनों की आवश्कता होती है। यह कार्य आपको पैशन फ्रूट की खेती से बेहतरीन मुनाफा दिलाने में मदद कर सकता है।

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9. पैशन फ्रूट खाने वाले इसका उपयोग कैसे करें?

अगर आप पैशन फ्रूट का स्वाद लेना चाहते हैं तो आप पूर्ण रूप से पके हुये फल को चाकू की मदद से ठीक बीच से काटिये और चम्मच से निकाल कर खाईए। आप इसके बीजों को भी निगल सकते हैं, जो आपकी आँतों की प्राकृतिक रूप से सफाई करने में मददगार होती हैं।

आप चाहें तो पैशन फ्रूट के गूदे को निकाल कर उसमें गर्म पानी मिलाकर उसे फैंट लें। इसके बाद किसी छन्नी की मदद से गूदे को छांन कर बीजों को अलग कर प्राप्त जूस को पी सकते हैं।

इसके अतिरिक्त आप पैशन फ्रूट जूस, जैम, जैली बनाकर भी प्रयोग कर सकते हैं।

10. पैशन फ्रूट के 10 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभः

पैशन फ्रूट में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने की क्षमता होती हैं अर्थात इसके शरीर में औषधीय प्रभाव भी देखे गये हैं। एक फल के रूप में ईश्वर ने इसे उन सभी पोषक तत्वों से भरपूर बनाया है, जिसके उपयोग से शरीर की कई प्रकार की आवश्यक जरूरतें पूरी हो सकती हैं।

एक अध्ययन के अनुसार पैशन फ्रूट के प्रयोग से निम्न लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं-

  • कैंसर से बचाव
  • मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक
  • हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
  • सांस की समस्या को दूर करने में तथा स्वांस तंत्र को मजबूत करने में सहायक
  • हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में सहायक
  • शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक
  • अनिद्रा की समस्या को दूर करने में सहायक
  • शरीर में रक्त संचरण को सही रखने में सहायक
  • पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक
  • शरीर के वजन को नियंत्रित करे तथा अतिक्ति वजन को कम करने में सहायक

11. पैशन फ्रूट में पोषक तत्वों की मात्राः

पैशन फ्रूट में पोषक तत्वों की मात्रा निम्न प्रकार से पायी जाती हैं-

पैशन फ्रूट की Nutritional Value (प्रति 100 ग्राम गूदे में) 
क्र.सं.पोषक तत्व का नाममात्रा 
1ऊर्जा406 कैलोरी
2कार्बोहाइड्रेट22.4 ग्रा.
3शुगर11.2 ग्रा.
4आहार फाइबर10.4 ग्रा.
5फैट0.7 ग्रा.
6प्रोटीन2.2 ग्रा.
7विटामिनमात्रा% 8% डीवी +64 μg
8विटामिन-ए इक्विव बीटा कैरोटीन7% 743 μg
9रिबोफाल्विन (बी-2)11% 0.13 मि.ग्रा.
10नियासिन (बी-3)10% 1.5 मि.ग्रा.
11विटामिन (बी-6)8% 0.1 मि.ग्रा.
12फोलेट (बी-9)4% 14 माइक्रोग्राम
13कोलीन2% 7.6 मि.ग्रा.
14विटामिन-सी36% 30 मि.ग्रा.
15विटामिन-के1% 0.7 μg
16खनिजमात्रा% डीवी
17कैल्शियम1% 12 मि.ग्रा.
18आयरन12% 1.6 मि.ग्रा.
19मैग्नीशियम8% 29 मि.ग्रा.
20फास्फोरस10% 68 मि.ग्रा.
21पोटेशियम7% 348 मि.ग्रा.
22सोडियम2% 28 मि.ग्रा.
23जिंक1%  0.1 मि.ग्रा.
24अन्य घटक पानी72.9 ग्रा.

तो दोस्तों आपको कृष्णा फल या पैशन फ्रूट की खेती के बारे में दी गई यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताईये।

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आलेखः

baatpahaadki.com

6 thoughts on “”

    • आप अपने आसपास की नर्सरी में पता कर सकते हैं, अगर नहीं मिलता तो आप अपनी डिटेल्स हमें भेज सकते हैं पौध या बीज जो भी संभव होगा आपको भेज दिया जायेगा.

      Reply
      • सर मैं हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा से हूं। मुझे इसकी बिजाई की जानकारी चाहिए और साथ में 100 पौधे भी ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं

        Reply
        • अभय जी नमस्कार आप जुलाई में संपर्क कीजियेगा, हम आपकी हर सम्भव मदद करेंगे.

          Reply
  1. इसके पौधे कहाँ से मिल सकते हैं, आस पास की नर्सरियों में तो नही मिल रहे हैं,

    Reply
    • Manisht जी नमस्कार आप जुलाई में संपर्क कीजियेगा, हम आपकी हर सम्भव मदद करेंगे.

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